अपनी विदेश यात्राओं में दशकों पुराने निर्वात को भरने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कवायद उनकी आगामी अमेरिका यात्रा में भी दिखायी देगी और भारतीय प्रधानमंत्री 33 साल बाद अमेरिका के पश्चिमी तट पर जाएंगे और आईटी की दुनिया में झंडे गाढ़ चुके भारतीय प्रतिभाओं का मातृभूमि की सेवा का आह्वान करेंगे।
मोदी ने फेसबुक पर अपने अमेरिका एवं आयरलैण्ड के कार्यक्रम का विवरण देते हुए बताया कि उन्हें 33 साल के अंतराल के बाद 26 एवं 27 सितंबर को नवोन्मेषण, प्रौद्योगिकी और नई पहल की धरती पश्चिमी तट पर जाने की बहुत खुशी है।
उन्होंने बताया कि वह फेसबुक के मुख्यालय जाएंगेे और मार्क जुकरबर्ग के साथ टाउनहाल संवाद में हिस्सा लेंगे जहां वह वैश्विक एवं भारत खासकर अर्थव्यवस्था एवं समाज से जुड़े विषयों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने प्रवासियों से कार्यक्रम में आने का भी अनुरोध किया।
उन्होंंने कहा कि वह गूगल के परिसर का भी दौरा करके उसके नए तकनीकी नवाचार खासकर गूगल कार को भी देखेंगे। वह टेस्ला कार के परिसर भी जाएंगे। इसके अलावा स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय एवं यूएसडीओसी के साथ नवीकरणीय ऊर्जा राउंडटेबल सम्मेलन में भी भाग लेंगे।
वह 'इंडिया यूएस स्टार्टअप कनेक्ट' में भाग लेंगे जिसमें भारत की नवोन्मेषण क्षमताओं का प्रदर्शन किया जाएगा। प्रधानमंत्री 27 सितंबर को सिलीकन वैली के नाम से विख्यात सेन जोस में भारतीय समुदाय से रूबरू होंगे।
उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय ने भारत अमेरिका के संबंधों को मजबूत बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। हमें भारतीय समुदाय की उपलब्धियों पर गर्व है जिसने दोनों समाजों के लिए योगदान दिया।
उन्होंने विश्वास जताया कि उनकी यात्रा से विश्व के सबसे पुराने और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच रिश्ता और प्रगाढ़ बनेगा। अमेरिका की यात्रा के दौरान वह कई वैश्विक नेताओं, बड़े निवेशकों और वित्त क्षेत्र की कंपनियों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे।
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