रिजर्व बैंक की चालू वित्त वर्ष की तीसरी द्विमासिक ऋण एवं मौद्रिक नीति समीक्षा में अल्पकालिक नीतिगत दरों को यथावत बनाए रखने से हतोत्साहित निवेशकों की बिकवाली से मंगलवार को शेयर बाजार की पिछले लगातार चार सत्र की तेजी थम गई।
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद लगाए निवेशकों को आरबीआई से मिली निराशा के दबाव में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 115.13 अंक अर्थात 0.41 प्रतिशत लुढ़ककर 28071.93 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 26.15 अंक यानि 0.31 प्रतिशत गिरकर 8516.90 अंक पर बंद हुआ।
रिजर्व बैंक के आज जारी मौद्रिक नीति समीक्षा में अल्पकालिक ऋण दरों में कोई बदलाव न करते हुए रेपो दर 7.25 प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर 6.25 प्रतिशत, बैंक दर 8.25 प्रतिशत, नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) चार प्रतिशत, वैधानिक तरलता अनुपात (एसएलआर) 21.5 प्रतिशत पर स्थिर रखने के ऐलान ने निवेशकों की निवेशधारणा को कमजोर किया।
इसके अलावा केंद्रीय बैंक के वित्त वर्ष 2015-16 के लिए विकास अनुमान 7.6 प्रतिशत पर यथावत रखने से भी निवेशक निराश हुए, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी पर दबाव देखा गया।
इस दौरान बिकवाली के दबाव में रियल्टी, कैपिटल गुड्स, एफएमसीजी, आईटी, टेक, तेल एवं गैस और कंज्यूमर ड्यूरेबल्य के शेयर 0.18 प्रतिशत से 0.77 प्रतिशत तक टूटे, जबकि लिवाली के सहारे पावर, हेल्थकेयर, बैंकिंग, ऑटो, पीएसयू और धातु समूह के शेयर 0.05 प्रतिशत से 2.69 प्रतिशत तक मजबूत रहे।
बीएसई में कुल 3017 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 1620 लाभ में और 1270 नुकसान में रहे जबकि 127 में कोई बदलाव नहीं हुआ। एनएसई में कुल 1313 कपंनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 702 बढ़त पर और 570 गिरावट पर रहे, जबकि 41 में स्थिरता दर्ज की गई।
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद में निवेशकों की मजबूत निवेशधारणा की बदौलत सेंसेक्स ने करीब 38 अंक की तेजी के साथ 28225.04 अंक पर शुरुआत की और थोड़ी देर बाद ही 28264.72 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
मौद्रिक नीति की घोषणा होते ही निवेशकों की तेज बिकवाली से बीच सत्र बाद यह 27866.12 अंक के न्यूनतम स्तर तक लुढ़क गया। अंत में पिछले सत्र के 28187.06 अंक के मुकाबले 115.13 अंक टूटकर 28071.93 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी भी करीब 21 अंक बढ़कर 8564.10 अंक पर खुला और लिवाली के बल पर कुछ देर बाद ही 8565.15 के उच्चतम स्तर को छुआ। बिकवाली के दबाव में बीच सत्र बाद यह 8448.25 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। अंत में पिछले सत्र के 8543.05 अंक की तुलना में 26.15 अंक उतरकर 8516.90 अंक पर रहा।
बड़ी कंपनियों के विपरीत छोटी और मझौली कंपनियों में हुई लिवाली ने बाजार को अधिक गिरने से बचाया। मिडकैप 1.11 प्रतिशत उछलकर 11457.23 अंक पर और स्मॉलकैप 0.67 प्रतिशत ऊपर 12 हजार के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार रिकॉर्ड 12021.14 अंक पर रहा।
विदेशी बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई शुरुआती कारोबार में 0.05 प्रतिशत, जापान का निक्की 0.14 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसैंग 0.02 प्रतिशत गिर गया, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.97 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 3.69 प्रतिशत चढ़ गया।
सेंसेक्स की 30 में से 18 कंपनियों के शेयर गिरे जबकि शेष 12 में तेजी रही। दुपहिया वाहन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने सबसे अधिक 2.73 प्रतिशत का नुकसान उठाया। इसके अलावा एनटीपीसी, सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एलएंडटी, भेल, सिप्ला, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, ल्युपिन, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, टाटा मोटर्स, विप्रो, ओएनजीसी और गेल के शेयरों के भाव भी 0.04 प्रतिशत से 2.53 प्रतिशत तक की गिरावट पर रहे।
इस्पात क्षेत्र की प्रमुख निजी कंपनी टाटा स्टील ने सबसे अधिक 3.39 प्रतिशत का मुनाफा कमाया। इसके अलावा ङ्क्षहडाल्को 3.36 प्रतिशत, कोल इंडिया 2.82 प्रतिशत, एसबीआई 2.54 प्रतिशत, मङ्क्षहद्रा एंड महिंद्रा 2.18 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 0.62 प्रतिशत, रेड्डीज लैब 0.47 प्रतिशत, वेदांता लिमिटेड 0.47 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 0.42 प्रतिशत, मारुति सुजुकी 0.33 प्रतिशत, टीसीएस 0.05 प्रतिशत और बजाज ऑटो के शेयर 0.02 प्रतिशत तक की तेजी में रहे।
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