गुजरात में पटेल समुदाय को आरक्षण दिलाने की मांग को लेकर आंदोलनरत पटेल नेता हार्दिक पटेल की शनिवार को सूरत में हुई गिरफ्तारी के विरोध में राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुए हिंसक प्रदर्शनों के मामले में कड़ा रूख दिखाते हुए पुलिस ने उनके हजारों समर्थकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है जिनमें अहमदाबाद के 4000 से अधिक ऐसे प्रदर्शनकारी शामिल हैं।
दूसरी ओर महेसाणा की एक अदालत ने ऐसे ही प्रदर्शन के सिलसिले में पकड़ी गई। 10 महिलाओं समेत 36 पास समर्थकों की जमानत अर्जी खारिज करते हुए रविवार को उन्हें जेल भेज दिया।
उधर पटेल समुदाय के एक अन्य प्रमुख संगठन सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) ने रविवार को हार्दिक को चेतावनी दी कि वह आरक्षण आंदोलन को अपना निजी धंधा बनाने की कोशिश न करें।
पुलिस ने शनिवार को सूरत में बिना अनुमति के एकता यात्रा निकालने के प्रयास में हार्दिक और उनके साथियों के पकड़े जाने के बाद अहमदाबाद के रामोल इलाके में पथराव और प्रदर्शन करने वाले चार हजार अज्ञात पास समर्थकों जिनमें एक हजार महिलाएं शामिल थी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
उधर महेसाणा की एक अदालत ने शहर में हिंसक प्रदर्शन और चक्का जाम के मामले में पकड़ी गई 10 महिलाओं समेत 36 लोगों की जमानत अर्जी खारिज करते हुए सभी को रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। महेसाणा के ही विभिन्न इलाकों में हिंसक प्रदर्शन के सिलसिले में भी पांच हजार से अधिक अज्ञात पास समर्थकों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं।
उधर सूरत के कापोदरा में पुलिस थाने पर शनिवार को हमले के सिलसिले में भी कई लोगों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए गए हैं। उधर, अहमदाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में एसपीजी के नेता जिगर पटेल ने आरोप लगाया कि हार्दिक पटेल समुदाय को आरक्षण दिलाने के आंदोलन को इसके सही रास्ते से भटका रहे हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि वह इस आंदोलन को अपना निजी धंधा बनाने की कोशिश न करें। इससे पूर्व हार्दिक ने रविवार को सूरत में पत्रकारों से कहा कि फिलहाल वह अपनी दांडी एकता यात्रा स्थगित रखेंगे और आने वाले दिनों में सूरत में एक बडी सभा करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार उनके आंदोलन को दबाने के लिए कानून का दुरूपयोग कर रही है।
गौरतलब है कि गत 25 अगस्त को हार्दिक की अहमदाबाद में गिरफ्तारी के बाद राज्य भर में व्यापक हिंसा फैली थी जिसके दौरान 10 लोगों की मौत हुई थी।
सूरत में उनकी गिरफ्तारी के बाद देर रात उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था। इस दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर छिटपुट हिंसक प्रदर्शन ही हुए पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त रूख दिखाया है।
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