7/11 मुंबई ट्रेन ब्लास्ट: प्रेशर कुकर में छिपी थी 189 लोगों की मौत, चीख-पुकार से सहमी मायानगरी

मुंबई की लोकल ट्रेनों में हुए सीरियल बम धमाकों के नौ साल बाद मकोका कोर्ट ने बुधवार को फैसला सुनाया। कोर्ट ने बम धमाकों में दोषी 12 लोगों में से 5 को सजा-ए-मौत दी है। बाकी 7 दोषियों को उम्रकैद की सजा दी गई है। हमले में अब्दुल वाहिद नाम के एक आरोपी को कोर्ट ने बरी किया था, उस पर पाकिस्तानी आतंकियों को पनाह देने का आरोप था। 11 जुलाई 2006 को मुंबई की लोकल ट्रेन में सिलसिलेवार धमाके हुए थे जिसमें 189 लोगों की मौत हुई थी और 824 घायल हो गए थे।
मकोका कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि दोषियों की सजा का एलान सोमवार को होगा। इस मामले एटीएस ने कोर्ट में 10 हजार पेज की चार्जशीट फाइल की थी और कुल 2 हजार गवाहों की गवाही ली गई। इसी क्रम में हम आपको बताने जा रहे हैं ब्लास्ट में जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।
Mumbai blast
इन पांच लोगों को मिली फांसी की सजा
12 में से पांच दोषियों को मौत की सजा कोर्ट ने सुनाई है जबकि बाकी सात को उम्र कैद की सजा सुनाई है। सजा-ए-मौत पाने वालों में कमाल अंसारी, एहेतशाम, मोहम्‍मद शेख, आसिफ खान और नावेद शामिल है।
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प्रेशर कुकर में छिपाई गई थी मौत
मुंबई में 11 जुलाई 2006 को शाम 6 बजकर 24 मिनट से लेकर 6 बजकर 35 मिनट के बीच एक के बाद एक सात ब्लास्ट हुए थे। ये सभी ब्लास्ट मुंबई के पश्चिमी रेलवे की लोकल ट्रेन के फर्स्ट क्लास कंपार्टमेंट में कराए गए। धमाके खार माटुंगा, बांद्रा, खार, जोगेश्वरी, बोरीवली तथा भायंदर के पास उपनगरीय ट्रेनों में हुए। ब्लास्ट के लिए सात प्रेशर कुकर बमों का इस्तेमाल किया गया, जिन्हें टाइमर के जरिए उड़ाया गया। बम आरडीएक्स, अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल और कीलों से तैयार किए गए थे।
पाकिस्तान से रची गई थी साजिश
लोकल ट्रेन बम ब्लास्ट केस की जांच एटीएस को सौंपी गई थी। जांच में पता चला था पाकिस्तान की शह पर प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी के लोगों ने धमाकों को अंजाम दिया। एटीएस के मुताबिक बम ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने ईरान के रास्ते पाकिस्तान के बहावल में जाकर आतंक की ट्रेनिंग ली थी और बम बनाने से लेकर बम फ्लांट करने तक पाकिस्तान से आए आतंकियों ने उनकी मदद की। इसलिए एटीएस ने पाकिस्तान के आजम चीमा सहित दर्जनभर लोगों को फरार आरोपी भी करार दिया।
terrorist
एक के बाद एक सात सीरियल ब्लास्ट 11 जुलाई 2006 को कुल 7 धमाके हुए थे
पहला ब्लास्ट: बांद्रा - शाम 6.23 मिनट पर, 22 की मौत, 107 जख्मी
दूसरा ब्लास्ट: माहिम - शाम 6.23 मिनट पर, 43 की मौत, 96 जख्मी
तीसरा ब्लास्ट: माटुंगा- शाम 6.24 मिनट पर, 28 की मौत, 122 जख्मी
चौथा ब्लास्ट: मीरा रोड - शाम 6.23 मिनट पर, 31 की मौत, 122 जख्मी
पांचवा ब्लास्ट: जोगेश्वरी - शाम 6.24 मिनट पर, 28 की मौत, 115 जख्मी
छठा ब्लास्ट: खार सबवे - शाम 6.25 मिनट पर, 9 की मौत, 102 जख्मी
सांतवा ब्लास्ट: बोरीवली - शाम 6.28 मिनट पर, 26 की मौत, 153 जख्मी

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