टीम इंडिया से लंबे समय से बाहर चल रहे धुरंधर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि यदि उन्हें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की तरह संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा के लिये मनोनीत किया जाता है तो वह उसे स्वीकार कर सकते हैं।
सहवाग ने यहां हिंदुस्तान शिखर समागम कार्यक्रम के दौरान शनिवार को कहा कि वह क्रिकेट छोड़ने के बाद राजनीति से जुड़ने के लिये इच्छुक हैं। उन्होंने साथ ही संकेत दिया कि यदि उन्हें राज्यसभा की सदस्यता दी जाती है तो वह उसे स्वीकार कर सकते हैं।
इस बीच इसी कार्यक्रम में मौजूद आईपीएल चेयरमैन और कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि उन्होंने युवराज सिंह, हरभजन सिंह और सहवाग को राजनीति से जुड़ने की पेशकश दी थी लेकिन तीनों ने यह कहते हुये इंकार कर दिया था कि वे अभी खेल रहे हैं।
शुक्ला ने यह भी संकेत दिया कि गौतम गंभीर और सहवाग अब भी चयनकर्ताओं की निगाहों में है और वे भविष्य में टीम इंडिया के लिये विकल्प हो सकते हैं।
कार्यक्रम में मौजूद गंभीर ने सहवाग के ठीक उलट कहा कि मैं मनोनीत होने के बजाय चुनाव लड़ना ज्यादा पसंद करूंगा। इससे मुझे पता लगेगा कि लोग मुझे पसंद करते हैं या नहीं।
आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान गंभीर ने साथ ही कहा कि टीम के मालिक और बालीवुड अभिनेता शाहरूख खान का टीम में कोई हस्तक्षेप नहीं रहता है।
गंभीर ने कहा कि कप्तान के तौर पर सारे फैसले मैं ही लेता हूं और इसी बात ने टीम को चैंपियन बनाया है। सहवाग ने बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बनाए गये पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली को बधाई देते हुये कहा कि यदि कोई खिलाड़ी प्रशासक बनता है तो वह खेल और खिलाड़ियों के बारे में ज्यादा बेहतर सोच सकता है।
0 comments:
Post a Comment