कांग्रेस ने ललित मोदी प्रकरण पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बयान को औचित्यहीन और पहले दिए गए बयान के उलट बताते हुए गुरुवार को आरोप लगाया कि वह जानबूझकर इस मुद्दे को भावनात्मकरूप देने की कोशिश कर रही हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्वराज ने पद का दुरुपयोग करते हुए ऐसे व्यक्ति की मदद की है जिसके खिलाफ रेड अलर्ट जारी है और जिसकी तलाश एक बडे़ घोटाले के कारण देश को है।
उनका कहना था कि स्वराज ने इस संबंध में लोकसभा में गुरुवार को जो बयान दिया है वह पहले दिए गए उनके बयान के विपरीत है। विदेश मंत्री के बयान को अपने बचाव में क्षमायाचना करार देते हुए उन्होंने कहा कि वह सोची समझी रणनीति के तहत मसले को मानवीय आधार देकर भावुक बनाने की कोशिश कर रही हैं।
शर्मा ने कहा कि इस तरह से मुद्दे को भावुक बनाकर विदेश मंत्री अपने जिम्मेदारी से बच नहीं सकती। उन्होंने कहा कि स्वराज को वह परिस्थिति बतानी होगी कि उन्होंने किस आधार पर कानून के भगोड़े की मदद की है। दस्तोवेजों के अनुसार विदेश मंत्री ने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया है और एक आरोपी की मदद करके बड़ा अपराध किया है इसलिए इस मुद्दे को भावुक रूप देकर वह बच नहीं सकतीं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि स्वराज कहती हैं कि उन्होंने मानवता के आधार पर कानून के भगोड़े की मदद की है लेकिन जिस पद की शपथ उन्होंने ली है उसमें इस तरह से अनैतिक कार्य करने की इजाजत नहीं है। भगोडे को विदेश मंत्री ने अपने पद का इस्तेमाल करते हुए वह यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं जिसे ब्रिटेन का विदेश विभाग पहले खारिज कर चुका था। उन्होंने कहा कि इस दस्तावेज को उपलब्ध कराने के बारे में विदेश सचिव सुजाता सिंह को कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
यह सूचना ब्रिटेन स्थित भारतीय उच्चायुक्त को भी नहीं दी गई तो फिर यह मदद किस आधार पर की गई उन्हें इसका जवाब देश की जनता को देना पडेगा। यह बड़ा अपराध है और इसे भावुक बनाकर पल्ला झाड़ने की उनकी कोशिश काम आने वाली नहीं है।
शर्मा ने कहा कि विदेश मंत्री ने यह मदद कानून के दायरे से बाहर जाकर की है। उन्होंने जिस व्यक्ति की मदद की वह विदेशों में ऐश करने गया था और ब्रिटेन ने उसके यात्रा दस्तावेज को अपने नियमों के अनुसार पहले खारिज कर दिया था।
स्वराज के दबाव डालने की बात जब वहां के विदेश विभाग के प्रमुख तक पहुंचाई गई तो उन्होंने सवाल किया कि द्विपक्षीय संबंधों पर इसका असर पड सकता है, तो स्वराज ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर प्रधानंत्री अपने जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं और एक ही अपराध के लिए दो तरह की व्यवस्था नहीं हो सकती है। उन्हें विदेश मंत्री को पद से हटाना पडेगा।
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