लुईस बर्जर अंतर्राष्ट्रीय रिश्वतखोरी मामले में निस्संदेह भ्रष्टाचार हुआ है और कंपनी के आरोपित अधिकारियों को सम्मन करने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। यह बात गोवा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कही।
अपराध शाखा (सीबी) द्वारा मामले में 'कुछ मंत्रियों' के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज किए जाने के एक दिन बाद पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुनील गर्ग ने यह बात कही।
गर्ग इस अंतर्राष्ट्रीय कंपनी द्वारा गोवा के एक मंत्री और अधिकारियों को दी गई 976,630 डॉलर रिश्वत के मामले की जांच की निगरानी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है। मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने पिछले सप्ताह मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की सार्वजनिक तौर पर घोषणा की थी।
गर्ग ने कहा, ''हमें यह पता लगाना है कि मामले में कौन-कौन शामिल हैं।ÓÓ उन्होंने कहा कि वह मामले में एक से अधिक मंत्रियों की संलिप्तता से इंकार नहीं कर रहे हैं।
लुईस बर्जर के शीर्ष अधिकारी भारत, वियतनाम, इंडोनेशिया तथा कुवैत में ठेके हासिल करने के लिए 39 लाख डॉलर रिश्वत देने की बात पहले ही कबूल कर चुके हैं।
सूत्रों के मुताबिक, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत तथा लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के पूर्व मंत्री चर्चिल अलेमाओ जांच के दायरे में आ सकते हैं। कामत व अलेमाओ ने हालांकि आरोपों का खंडन किया है।
लुईस बर्जर उस कर्सोटियम का हिस्सा है, जिसने गोवा में पानी एवं सीवरेज परियोजना पूरी करने का एक ठेका लिया था, जिसकी फंडिंग जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) कर रही थी।
0 comments:
Post a Comment