अम्मा रसोई' की तर्ज पर दिल्ली में 'आम आदमी कैंटीन

दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार जल्द ही आम आदमी कैंटीन शुरू करेगी, जिसमें लोगों को 10 रुपए के अंदर गुणवत्ता पूर्ण, स्वच्छ तथा पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध होगा। इसकी घोषणा गुरुवार को की गई।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली डायलॉग कमीशन (डीडीसी) की तरफ से पेश प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इसके उपाध्यक्ष आशीष खेतान ने मीडिया को इसकी जानकारी दी। खेतान ने कहा कि आम आदमी कैंटीन में भोजन मुनासिब कीमत पर उपलब्ध होगा, तथा भोजन की अधिकतम कीमत 10 रुपए होगी।
 canteen
उन्होंने बताया कि भोजन पोषणयुक्त होगा और सभी कैंटीन में कई प्रकार का भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। सभी कैंटीनों पर सुबह का नाश्ता, दोपहर और रात्रि को भोजन मिलेगा तथा पेयजल के लिए आरओ सिस्टम लगाया जाएगा।

ये कैंटीन समाज के निचले तबके के लोगों को ध्यान में रखकर शुरू किया जा रहा है, जिसमें राजधानी में रहने वाली इमारत निर्माण में लगे 10 लाख मजदूर, रेहड़ी लगाने वाले पांच लाख लोग तथा मलिन बस्तियों में रहने वाले चार लाख लोगों की आबादी शामिल है।
 canteen
खेतान ने कहा कि रिक्शा चलाने वाले, दिहाड़ी मजदूर, इमारत निर्माण में लगे मजदूर एवं अन्य हाड़तोड़ मजदूरी करने वाले लोगों के पास गंदे स्थानों पर बनने वाला दूषित या कम पोषण वाला भोजन करने के अलावा कोई चारा नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में स्वच्छ पोषणयुक्त भोजन के बेहद महंगा होने के चलते आम आदमी कैंटीन की परिकल्पना की गई।

खेतान ने कहा कि तमिलनाडु तथा ओडिशा में इस पर शोध कराए जाने के बाद इस मॉडल को तैयार किया गया, जहां ऐसे कैंटीन पहले से संचालित हैं। तमिलनाडु में बेहद लोकप्रिय हो चुकी 'अम्मा की रसोईÓ में एक प्लेट इडली-सांभर एक रुपए में, जबकि पोंगल पांच रुपए में मिलती है।
खेतान ने हालांकि इस परियोजना में खर्च होने वाली धनराशि का खुलासा नहीं किया। खेतान ने कहा कि अगले एक दो महीने में कैंटीन शुरू करने की हमारी योजना है। पहले चरण में हम अस्पतालों, औद्योगिक इलाके, कॉलेज तथा वाणिज्यिक केंद्रों में आम आदमी कैंटीन शुरू करेंगे। कैंटीन का संचालन खाद्य तथा आपूर्ति विभाग करेगा।
 canteen
उनसे जब पूछा गया कि क्या आम आदमी कैंटीन पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित द्वारा शुरू की गई 'जन आधारÓ परियोजना की जगह लेगा तो खेतान ने कहा कि जन आधार केंद्रों पर मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता अच्छी नहीं होती और उनकी कीमत भी 18 से 20 रुपए के बीच होती है। इसीलिए इस परियोजना ने दम तोड़ दिया।

खेतान ने कहा कि हम राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी कैंटीन खोलने के लिए कुछ गैर सरकारी संगठनों के संपर्क में हैं। सरकार दूसरे राज्यों से मिले प्रस्तावों पर भी विचार कर रही है।
Share on Google Plus

About Unknown

This is a short description in the author block about the author. You edit it by entering text in the "Biographical Info" field in the user admin panel.
    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment