बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अहम माने जा रहे विधान परिषद की 24 सीटों के चुनाव के शुक्रवार को घोषित नतीजों ने भाजपा में जोश भर दिया है। वहीं, लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार को बड़ा झटका लगा।
चुनाव में 12 सीटों पर भाजपा ने अकेले जीत दर्ज की, जबकि दो पर उसके सहयोगी जीते। जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन को सिर्फ नौ सीटें ही मिलीं।
सबसे ज्यादा नुकसान जदयू को हुआ, जिसे सिर्फ पांच सीटें ही मिल सकीं। राजद को तीन, कांग्रेस को एक सीट मिली। एक अन्य सीट निर्दलीय के खाते में गई।
राजद और जदयू ने 10-10 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जबकि भाजपा ने 18, उसकी सहयोगी लोजपा ने चार, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने दो सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। इस चुनाव में कुल 152 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया।
पटना : नतीजे ने चौंकाया
सबसे अधिक चौंकाने वाला परिणाम पटना से आया है। यहां से निर्दलीय प्रत्याशी रीतलाल यादव ने जीत दर्ज की। उन्हें 2506 वोट मिले, जो भाजपा के भोला यादव (1286 ) और जदयू के वाल्मीकि सिंह (1212) को मिले वोटों के योग से अधिक है।
राजद के गढ़ में सेंध
महागठबंधन की नींव रखने वाले प्रमुख दल राजद को भाजपा ने तगड़ा झटका देते हुए लालू प्रसाद यादव के गढ़ में सेंध लगा छपरा, सीवान और गोपालगंज की सीटों पर जीत दर्ज की। छपरा से सच्चिदानंद राय, गोपालगंज से आदित्य पांडे और सीवान सीट से टुन्ना पांडेय (तीनों भाजपा प्रत्याशी) जीते हैं।
यही नहीं, मिथिलांचल पर भगवा लहराते हुए भाजपा ने दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर में भी जीत दर्ज की है। इसके अलावा भाजपा ने बेगुसराय, सारण, रोहतास, पूर्वी चंपारण, औरंगाबाद, पूर्णिया सीटें भी अपने खाते में की, जबकि कटिहार से भाजपा समर्थित अशोक अग्रवाल विजयी रहे। बेतिया से कांग्रेस के राजेश राम बाजी मारने में सफल रहे हैं। कांग्रेस की झोली में एकमात्र यही सीट गई है।
यहां जदयू-राजद पिछड़े
जदयू ने पांच सीटों मुजफ्फरपुर, गया, नालंदा, नवादा और भागलपुर पर कब्जा जमाया है। मगध क्षेत्र में नीतीश का दबदबा बना रहा। यहां से नालंदा, नवादा और गया में जदयू की सीटें बरकरार रहीं। राजद ने सीतामढ़ी, हाजीपुर और भोजपुर सीटें जीती हैं।
कांग्रेस ने पश्चिम चंपारण की बेतिया और लोकजनशक्ति पार्टी ने सहरसा सीट जीती है। पटना से निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की।
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