वैश्विक बाजार में लगभग पूरे सप्ताह रहे उथल-पुथल के बीच अमेरिका में जारी आर्थिक विकास के मजबूत आंकड़ों से उत्साहित निवेशकों की जबरदस्त लिवाली की बदौलत शुक्रवार को शेयर बाजार करीब आधी फीसदी से अधिक की बढ़त के साथ लगातार दूसरे दिन तेजी पर बंद हुआ।
चीन सरकार के अपने बाजार को सहारा देने के लिए किए गए गए प्रयासों से एशियाई बाजारों में आई तेजी के सहारे शुरुआती मजबूती बरकरार रखते हुए बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 161.19 अंक अर्थात 0.61 प्रतिशत बढ़कर 26392.38 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 53 अंक यानि 0.67 प्रतिशत की बढ़त लेकर 8000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 8001.95 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिका में जून में समाप्त दूसरी तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में बाजार के 2.3 प्रतिशत के अनुमान से कहीं ज्यादा 3.7 फीसदी की बढ़ोतरी से वैश्विक आर्थिक परि²श्य में जारी उथल-पुथल के बावजूद सितंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरें बढ़ाने की संभावना को बल मिला है।
इससे निवेशकों की निवेश धारणा मजबूत होने से सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार दूसरे दिन तेजी देखी गई। साथ ही चीन सरकार के अपने बाजार में आए भूचाल को थामने के उद्देश्य से ब्याज दरों में 0.25 फीसदी तक कटौती के बाद अब पेंशन फंड के जरिए शेयर बाजार और अन्य परिसंपत्तियों में 313.05 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा से एशियाई बाजारों की तेजी से घरेलू शेयर बाजार को बढ़त बनाने में मदद मिली।
विदेशी बाजारों में तेजी
विदेशी बाजारों में तेजी रही। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.14 प्रतिशत, जापान का निक्की 3.03 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.56 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 4.90 प्रतिशत चढ़ा। वहीं, हांगकांग का हैंगसैंग 1.04 प्रतिशत उतर गया। इस दौरान बैंङ्क्षकग, हेल्थकेयर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रियल्टी समूह की गिरावट को छोड़कर कैपिटल गुड्स, पावर, एफएमसीजी, पीएसयू, धातु, तेल एवं गैस, ऑटो, आईटी और टेक समूहों के शेयरों में 0.20 प्रतिशत से 1.76 प्रतिशत तक की तेजी रही।
विदेशी बाजार की तेजी के सहारे सेंसेक्स की शुरुआत मजबूत रही। यह करीब 312 अंक चढ़कर 26542.84 अंक पर खुला और लिवाली की बदौलत बीच सत्र से पहले ही 26687.33 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। ऊंचे भाव पर हुई मुनाफावसूली से दोपहर बाद गिरता हुआ आखिरी कारोबारी घंटे में 26270.17 अंक के न्यूनतम स्तर तक लुढ़क गया। संभलने की कोशिश करते हुए अंत में पिछले कारोबारी दिवस के 26231.19 अंक की तुलना में 161.19 अंक चढ़कर 26392.38 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी भी करीब 105 अंक की बढ़त के साथ 8053.70 पर खुलने के बाद शुरुआती तेजी को बरकरार रखते हुए बीच सत्र से पहले ही 8091.80 के उच्चतम स्तर को छूने में सफल रहा। मुनाफावसूली के दबाव में अंतिम कारोबारी घंटे में 7961.65 अंक के न्यूनतम स्तर तक उतर गया, लेकिन लिवाली के सहारे संभलते हुए अंत में गत दिवस के 7948.95 अंक के मुकाबले 53 अंक बढ़कर 8001.95 अंक पर रहा।
बीएसई का मिडकैप 0.20 प्रतिशत ऊपर 10759.41 अंक और स्मॉलकैप 0.07 प्रतिशत मजबूत होकर 10992.82 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 20 कंपनियों के शेयर चढ़े, जबकि शेष 10 में गिरावट दर्ज की गई।
इन कंपनियों को हुआ फायदा
वेदांता लिमिटेड और ओएनजीसी ने सबसे अधिक क्रमश: 5.70 प्रतिशत और 5.55 प्रतिशत का मुनाफा कमाया। इनके अलावा मारुति सुजुकी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, हीरो मोटोकॉर्प, रेड्डीज लैब, टाटा स्टील, भेल, टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, विप्रो, इंफोसिस, गेल, बजाज ऑटो और भारती एयरटेल के शेयरों में भी 0.09 प्रतिशत से 4.29 प्रतिशत तक की तेजी रही।
नुकसान उठाने वाली कंपनियों में सन फार्मा दो प्रतिशत, ल्युपिन 1.89 प्रतिशत, कोल इंडिया एक प्रतिशत, टीसएस 0.27 प्रतिशत, एलएंडटी 0.24 प्रतिशत, सिप्ला 0.21 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 0.21 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलीवर 0.13 प्रतिशत, एसबीआई 0.08 प्रतिशत और आईसीआईसीआई बैंक 0.02 प्रतिशत शामिल रहीं।
बीएसई में कुल 2805 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1294 लाभ में और 1405 नुकसान में रहे, जबकि 106 में स्थिरता रही। एनएसई में कुल 1298 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 633 बढ़त और 614 गिरावट पर रहे जबकि 51 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
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